IAS Hari Chandana Dasari Success Story : तेलंगाना के 2010 बैच की आईएएस अधिकारी ( IAS Officer ) हरि चंदना दसारी ने सार्वजनिक सेवा के क्षेत्र में अमिट छाप छोड़ी है। लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए उन्हें प्रधानमंत्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। हैदराबाद की ज्वाइंट कलेक्टर सहित विभिन्न भूमिकाओं में उनका प्रदर्शन सराहनीय रहा है।
IAS Hari Chandana Dasari Success Story
संघ लोक सेवा आयोग ( UPSC ) द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा ( Indian Administrative Service ) को देश के सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। हर साल इस परीक्षा में लाखों उम्मीदवार शामिल होते है। इसमें कई उम्मीदवार वर्षों मेहनत के बाद भी यूपीएससी परीक्षा ( UPSC Exam ) क्वालीफाई नहीं कर पाते तो कुछ पहले और दूसरे अटेम्प्ट में ही किसी कोचिंग के सफल होकर नई कहानी लिख देते है। आज आईएएस सक्सेस स्टोरी सेगमेंट में हम आपको बताने जा रहे है आईएएस हरी चांदना दसारी की कहानी जिन्होंने प्रशासनिक सेवा में आने के लिए लंदन की नौकरी छोड़ दी और दूसरे अटैम्प्ट में यूपीएससी की परीक्षा क्लियर कर पिता की तरह IAS अफसर बन गई।
जानिए IAS हरि चंदना दसारी की सक्सेस स्टोरी
IAS Officer हरि चंदना दसारी ने अपनी स्कूली शिक्षा हैदराबाद और तेलंगाना में पूरी की। हरि चंदना दसारी की मां गृहिणी हैं, जबकि पिता आईएएस ( Indian Administrative Service ) अधिकारी थे। हैदराबाद के सेंट एन्स से 12वीं कक्षा पास की और फिर सेंट एन्स कॉलेज से ही ग्रेजुएशन पूरा किया। इसके बाद हैदराबाद विश्वविद्यालय से चंदना ने पोस्ट ग्रेजुएशन किया। इसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए विदेश चली गईं। प्रसिद्ध लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स से उन्होंने पर्यावरण अर्थशास्त्र में MSc की। पढ़ाई पूरी और फिर प्रोफेशनल वर्ल्ड में कदम रखा। उन्होंने लंदन में ही विश्व बैंक और बीपी शेल के साथ काम किया।
इसके बाद IAS Officer चंदना ने अपनी पिता के नक्शे कदम पर चलने का फैसला लिया और भारत आ गई। चंदना ने लंदन में बेहद अच्छी नौकरी छोड़कर आईएएस ( Indian Administrative Service ) बनने का फैसला किया । 2010 में उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में अपने दूसरे प्रयास में सफलता हासिल की थी, इसके बाद उन्हें तेलंगाना राज्य कैडर (आईएएस 2010 बैच) आवंटित हुआ था। तेलंगाना के 2010 बैच की आईएएस अधिकारी हरि चंदना दसारी ने सार्वजनिक सेवा के क्षेत्र में अमिट छाप छोड़ी है।
Indian Administrative Service : IAS Hari Chandana Dasari Success Story
लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए उन्हें प्रधानमंत्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। हैदराबाद की ज्वाइंट कलेक्टर सहित विभिन्न भूमिकाओं में उनका प्रदर्शन सराहनीय रहा है। चंदना सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव नहीं है, लेकिन वेस्ट मैनेजमेंट (Waste Management) के क्षेत्र में उनका काम काफी सराहनीय है।
क्या आप जानते है एक IAS अफसर कितनी मिलती है सैलरी
IAS ऑफिसर उच्च श्रेणी के अधिकारी होते हैं, जिन्हें सातवें वेतनमान के तहत सैलरी दी जाती है। एक IAS ऑफिसर की सैलरी 56,100 रुपए महीने से लेकर 2,25,000 तक होती है। सभी भत्ते मिलाकर एक आईएएस ( Indian Administrative Service ) अधिकारी को शुरुआती दिनों में कुल 1 लाख रुपये प्रतिमाह से ज्यादा सैलरी मिलती है ! स्वास्थ, आवास, यात्रा समेत कई तरह की सुविधाओं के लिए पैसा भत्ते के रूप में दिया जाता है। अलग-अलग पे-बैंड के हिसाब से अन्य लग्जरी सुविधाएं भी मिलती हैं।
Indian Administrative Service
बेसिक सैलरी के अलावा डियरनेस अलाउंस (DA), हाउस रेंट अलाउंस (HRA), सब्सिडाइज्ड बिल, मेडिकल अलाउंस और कन्वेंस अलाउंस दी मिलती है। पे-बैंड के आधार पर एक आईएएस अधिकारी ( IAS Officer ) को घर, सिक्योरिटी, कुक और अन्य स्टाफ समेत कई सुविधाएं भी मिलती हैं। आने-जाने के लिए गाड़ी और ड्राइवर की भी सुविधा दी जाती है। पोस्टिंग के दौरान कहीं जाने पर ट्रैवल अलाउंस के अलावा वहां सरकारी घर भी दिया जाता है। मुफ्त में या फिर अधिक सब्सिडी पर बिजली और टेलिफोनिक सेवाएं मिलती है।
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