Retirement Plan : रिटायरमेंट प्लान ( Retirement Plan ) करते समय अक्सर लोग कर बैठते हैं ये 10 गलतियां जिनसे आपको बचना चाहिए. अगर आप बड़ी ही लगन से अपनी अपनी रिटायरमेंट के लिए अलग से पैसे बचा रहे हैं तो आपको काफी सारी बातों पर ध्यान देने की जरूरत है.
Retirement Plan
आप जो महीने में बचत करते हैं वो आपको खुशी भावना तो दे सकती है लेकिन यदि आप भविष्य और वर्तमान की संभावित चुनौतियों का ध्यान नहीं रखते हैं तो भविष्य में आरामदायक और सुखद रिटायरमेंट को सपनों को तोड़ सकती है. आज अहम आपको 10 ऐसी गलतियों के बार में बताने वाले हैं जो लोग रिटायरमेंट प्लान ( Retirement Plan ) करते समय अधिकतर दोहरा देते हैं. आपको इन गलतियों से बचना चाहिए ताकि आपकी रिटायरमेंट अच्छे से प्लान हो सके.
रिटायरमेंट प्लान करते समय इन गलतियों से बचें:
रिटायरमेंट से पहले EPF का पैसा निकालना
आपका एंप्लॉय प्रोविडेंट फंड ( EPF ) आपकी रिटायरमेंट बचत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. इसे आपके कामकाज के बाद के वर्षों के दौरान वित्तीय स्थिरता प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है. रिटायरमेंट से पहले इसे वापस लेने से आपके द्वारा बनाई जा रही रिटायरमेंट की राशि में काफी कमी आ सकती है. घर खरीदने जैसे नॉन- रिटायरमेंट खर्चों के लिए ईपीएफ का उपयोग करने के बजाय, होम लोन, व्यक्तिगत बचत, या निवेश जैसे अन्य रास्ते तलाशें जो आपके रिटायरमेंट फंड ( Retirement Fund ) को बचा सके.
PPF के फायदे को नजरअंदाज करना
पब्लिक प्रोविडेंट फंड ( PPF ) एक बेहतर सेविंग का जरिया है जो निवेश और निकासी दोनों स्तरों पर कर लाभ प्रदान करता है. इसमें अधिकतम राशि का लगातार निवेश करके, आप समय के साथ पर्याप्त धनराशि जमा कर सकते हैं, जो आपकी रिटायरमेंट फंड के रूप में काम करेगी. उदाहरण के लिए, यदि आप 15 साल तक सालाना 1.5 लाख रुपये बचाते हैं तो आपका फंड बढ़कर 40.68 लाख रुपये हो जाएगा.
Health Insurance में देरी
जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, स्वास्थ्य बीमा बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है और रिटायरमेंट के बाद चिकित्सा खर्च (medical expenses) बढ़ने लगता है. केवल कंपनी जो हेल्थ कवर देती है उस पर कभी भी निर्भर नहीं रहना चाहिए. इसके दो कारण है पहला जैसे ही आपकी नौकरी जाएगी तो आपका हेल्थ कवर उसी के साथ खत्म हो जाएगा दूसरा कंपनी का हेल्थ कवर का अमाउंट हमेशा पर्सनल हेल्थ इंशोयरेंस से कम होता है. इसलिए रिटायरमेंट में मेडिकल खर्चों को कम करने के लिए शुरूआत से ही हेल्थ कवर लेकर चलें.
समय से पहले Retirement
समय से पहले रिटायरमेंट की इच्छा सराहनीय है, लेकिन इसे हासिल करने के लिए सावधानीपूर्वक योजना बनाने की आवश्यकता होती है. जल्दी रिटायरमेंट आपके रिटायरमेंट पीरियड को काफी बढ़ा सकती है, जिससे आपकी लाइफस्टाइल को मेंटेन रखने के लिए ज्यादा फंड की आवश्यकता होगी. लंबे समय तक रिटायरमेंट की वित्तीय आवश्यकताओं को कम आंकने से बाद के आने वाले वर्षों में आपको वित्तीय तनाव हो सकता है. अपने सेवानिवृत्ति के बाद के खर्चों का सटीक अनुमान लगाकर और मुद्रास्फीति को शामिल करके, आप अधिक सुरक्षित रिटायरमेंट प्लान ( Retirement Plan ) की दिशा में काम कर सकते हैं.
कम लागत वाले Investment विकल्प चुनें
फंड मैनेजमेंट फीस जैसी निवेश लागत समय के साथ आपके रिटर्न को खा सकती हैं. हाई फीस आपके निवेश से मिलने वाले फायदों को को काफी हद तक कम कर सकता है और आपके रिटायरमेंट फंड ( Retirement Fund ) में बढ़ोतरी को प्रभावित कर सकता है. अपने निवेश रिटर्न को अधिकतम करने और अनावश्यक खर्चों को कम करने के लिए कम लागत वाले निवेश विकल्प, जैसे इंडेक्स फंड, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ), और म्यूचुअल फंड के डायरेक्ट प्लान चुनें.
पर्याप्त Insurance न होना
अचानक होने वाली मृत्यु की स्थिति में जीवन बीमा आप पर डिपेंडेंट लोगों जैसे फैमिली मेंबर को फाइनेंशियली मजबूत बनाने में मदद करता हैं. आपकी सालाना इनकम के लगभग 10-15 गुना की कवरेज राशि वाली एक टर्म जीवन बीमा पॉलिसी आपको लेनी चाहिए. अगर आपकी सालाना आय 5 लाख है तो आपको 50 लाख से 100 करोड़ के बीच प्लान लेना चाहिए. अगर आपकी आयु 21-25 साल है तो 50 लाख से 1 करोड़ तक का टर्म प्लान आपको 10 हजार/सालाना रुपये के प्रीमियम में मिल जाएगा.
देर से Retirement Plan करना
जब आप जल्दी शुरुआत करते हैं तो कंपाउंडिंग इंटरेस्ट के आधार पर आपको रिटायरमेंट प्लान करने पर अधिक पैसा मिलता है. वहीं जितना लेट आप प्लान करेंगे तो जिस भी पॉलिसी में इन्वेस्ट करेंगे तो आपको ज्यादा प्रीमियम देना पड़ेगा और कम रिटर्न मिल पाएगा.
Retirement Plan : घर न होना
आपके पास घर ना होने से रिटायरमेंट के बाद आपकी वित्तीय स्थिति गड़बड़ा सकती है. आपके पास घर होने से आपको किराया नहीं देना पड़ता इसके अलावा साल-दर-साल घर और जमीन की कीमतें बढ़ती ही हैं. इसलिए आप समय से घर ले लेते हैं तो आप अपनी भविष्य को भी सुरक्षित कर लेते हैं.
टैक्स को लेकर जागरूक रहें
रिटायरमेंट के बाद, आपके इनकम सोर्स में पेंशन, एन्युटी और सेविंग से मिलने वाले इंटरेस्ट शामिल हो सकते हैं. आपको यह जानना महत्वपूर्ण है कि ऐसी आय पर कर लगेगा या नहीं ताकि आपकी पोस्ट टैक्स रिटर्न प्रभावित ना हो पाए. इसलिए जरूरी है कि आप जितनी भी योजनाओं में निवेश कर रहे हैं या जहां कहीं से भी आपने इनकम के सोर्स डिवेलप किए हैं उन पर कब और कितना कर लगेगा इस बारे में आपको हमेशा से जागरूक रहना चाहिए. ताकि रिटायरमेंट के बाद किसी तरह का सरप्राइज ना मिलें.
Retirement Plan एलोकेशन इन स्ट्रेटजी
आपके रिटायरमेंट पोर्टफोलियो के लिए एक संतुलित जोखिम-रिटर्न प्रोफ़ाइल प्राप्त करने के लिए एक सही एलोकेशन स्ट्रेटजी तैयार करना सबसे जरूरी है. एलोकेशन स्ट्रेटजी तैयार करते समय आप अपने रिस्क टोलरेंस, उम्र और वित्तीय उद्देश्यों को ध्यान में रखें. हालांकि रिटायरमेंट के करीब आने पर अधिक रिस्क फ्री होना स्वाभाविक है, लेकिन पूरी तरह से इक्विटी निवेश से दूर न रहें, क्योंकि वे लॉन्ग टर्म ग्रोथ देने की क्षमता रखते हैं.
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